विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ ने हवा से कोरोनावायरस फैलने की बात स्वीकार कर ली है। डब्ल्यूएचओ की टेक्निकल लीड मारिया वान केरखोव ने कहा कि हम एयरबोर्न ट्रांसमिशन और एयरोसोल ट्रांसमिशन की संभावना से इंकार नहीं कर सकते हैं।डब्ल्यूएचओ ने पहले कहा था कि यह संक्रमण नाक और मुंह से फैलता है इसके अलावा संक्रमित सतह को छूने से भी यह ट्रांसमिट होता है। डब्ल्यूएचओ की अफसर बेनेडेटा अल्लेगा्ंजी ने कहा कि करो ना की हवा के माध्यम से फैलने के सबूत तो मिल रहे हैं, लेकिन अभी हमें रिजल्ट तक पहुंचने में वक्त लगेगा।