कोई भी नया काम शुरु करने से पहले नारियल फोड़ा जाता है. मकान, वाहन खरीदते हैं, तो सबसे पहले नारियल फोड़ते हैं. नारियल का उपयोग मांगलिक कार्यों में भी किया जाता है. आखिर हर काम से पहले नारियल फोड़ने के पीछे क्या कारण हैं. हम आपको बताते हैं.
नारियल को शुभ और मंगलकारी फल माना जाता है. नारियल की बाहरी सख्त सतह को अहं का प्रतीक माना जाता है और अंदर की सफेद, नर्म सतह को शांति का प्रतीक माना जाता है. नारियल फोड़ने का एक यह अर्थ भी यह होता है कि हम अपने अहंकार को भगवान के चरणों में समर्पित कर रहें हैं.
अधिकांश नारियलों में तीन निशान बने होते हैं.
इन तीन निशानों को भगवान शिव के तीन नेत्र माना जाता है. भगवान गणेश का प्रिय फल भी नारियल ही माना गया है.
नारियल को सबसे पवित्र फल माना गया है. यही कारण है कि इसको लगभग सभी देवी देवताओं को अर्पित किया जाता है. नारियल के अंदर के पानी में कोई मिलावट नहीं होती है. यह पूरी तरह पवित्र होता है.
धार्मिक मान्यता है कि नारियल जब फोड़ते हैं तो उसका पानी सब तरफ बिखर जाता है जिससे नकारात्मक ऊर्जा या नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं.
एक मान्यता है यह भी है कि पुराने समय में बलि देने की प्रथा थी जिसे बंद करने के लिए नारियल को बलि के रुप में चढ़ाया जाने लगा.